E Shram Card News: पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि ई-श्रम कार्ड धारक मजदूरों को हर महीने पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। कई यूट्यूब वीडियो और फेसबुक पोस्ट में यह भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है। कुछ लोग तो यहां तक दावा कर रहे हैं कि सरकार ने यह राशि सीधे बैंक खाते में भेजना शुरू कर दिया है। इन दावों के कारण लाखों मजदूर भ्रमित हो रहे हैं और गलत जानकारी के आधार पर उम्मीदें लगा रहे हैं। आइए इस दावे की सच्चाई जानते हैं और समझते हैं कि वास्तव में ई-श्रम कार्ड से क्या लाभ मिलते हैं।
पांच हजार रुपये की खबर की सच्चाई
सबसे पहले यह स्पष्ट कर देना जरूरी है कि ई-श्रम कार्ड धारकों को केंद्र सरकार की ओर से हर महीने पांच हजार रुपये देने की कोई योजना या नियम लागू नहीं है। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय या ई-श्रम पोर्टल की ओर से इस प्रकार की कोई आधिकारिक घोषणा या अधिसूचना जारी नहीं की गई है। यह पूरी तरह से भ्रामक और गलत जानकारी है जो कुछ लोगों द्वारा अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए फैलाई जा रही है। ई-श्रम कार्ड के माध्यम से मजदूरों को विभिन्न प्रकार की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा के लाभ अवश्य मिलते हैं लेकिन नियमित मासिक भुगतान के रूप में पांच हजार रुपये देने की कोई स्थायी व्यवस्था नहीं है।
अफवाह फैलने के कारण
यह सवाल उठता है कि आखिर यह गलत खबर इतनी तेजी से क्यों फैल रही है। दरअसल कोरोना महामारी के दौरान और कुछ प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़ या सूखे के समय कई राज्य सरकारों ने अपने यहां के असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को एकमुश्त आर्थिक राहत प्रदान की थी। कुछ राज्यों में यह राशि एक हजार रुपये से लेकर पांच हजार रुपये तक थी। यह राहत राशि विशेष परिस्थितियों में एक बार दी गई थी न कि हर महीने की नियमित व्यवस्था के रूप में। लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इस जानकारी को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत किया और दावा करना शुरू कर दिया कि यह राशि हर महीने मिलती है जो पूरी तरह गलत है।
E Shram Card के वास्तविक लाभ
ई-श्रम कार्ड असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो उन्हें कई सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में मदद करता है। इस कार्ड के माध्यम से मजदूरों को दुर्घटना बीमा योजना का लाभ मिलता है। यदि किसी कार्ड धारक की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है या पूर्ण विकलांगता आ जाती है तो उसे या उसके परिवार को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। आंशिक विकलांगता की स्थिति में एक लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाती है। इसके अलावा साठ वर्ष की आयु पूरी होने के बाद पात्र मजदूरों को तीन हजार रुपये मासिक पेंशन का लाभ भी मिलता है।
राज्य सरकारों की विशेष योजनाएं
कुछ राज्य सरकारें अपने स्तर पर ई-श्रम कार्ड धारकों के लिए अलग से कल्याणकारी योजनाएं चलाती हैं। किसी आपदा, महामारी या विशेष परिस्थिति में राज्य सरकारें एक हजार से पांच हजार रुपये तक की एकमुश्त सहायता राशि प्रदान कर सकती हैं। महिला मजदूरों के लिए विशेष आर्थिक सहायता योजनाएं भी कई राज्यों में चलाई जाती हैं। मजदूरों के बच्चों की शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति योजनाएं भी उपलब्ध हैं। श्रम कल्याण बोर्ड द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ भी ई-श्रम कार्ड के माध्यम से मिलता है। लेकिन यह सभी लाभ राज्य विशेष और परिस्थिति विशेष पर निर्भर करते हैं न कि नियमित मासिक भुगतान के रूप में।
कार्ड बनवाने की पात्रता
ई-श्रम कार्ड बनवाने के लिए कुछ निर्धारित पात्रता शर्तें हैं जिन्हें पूरा करना आवश्यक है। आवेदक की आयु सोलह से उनसठ वर्ष के बीच होनी चाहिए। व्यक्ति असंगठित क्षेत्र का मजदूर होना चाहिए जैसे निर्माण कार्य करने वाले, रिक्शा चालक, घरेलू कामगार, कृषि मजदूर आदि। आवेदक कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ या कर्मचारी राज्य बीमा निगम यानी ईएसआईसी का सदस्य नहीं होना चाहिए। आवेदक किसी सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए। ये शर्तें पूरी करने वाला कोई भी व्यक्ति ई-श्रम कार्ड के लिए आवेदन कर सकता है।
आवश्यक दस्तावेज
ई-श्रम कार्ड बनवाने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज तैयार रखने होते हैं। सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज आधार कार्ड है जो पहचान के लिए अनिवार्य है। आवेदक के बैंक खाते की पासबुक की प्रति जरूरी है क्योंकि सभी लाभ सीधे बैंक खाते में भेजे जाते हैं। मोबाइल नंबर जो आधार से जुड़ा हुआ हो वह भी आवश्यक है क्योंकि पंजीकरण के समय ओटीपी सत्यापन किया जाता है। पासपोर्ट आकार की हाल की फोटो भी चाहिए होती है। इन सभी दस्तावेजों को तैयार रखने से पंजीकरण प्रक्रिया आसान और त्वरित हो जाती है।
ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया
ई-श्रम कार्ड के लिए पंजीकरण प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और बहुत सरल है। सबसे पहले ई-श्रम पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होता है। वेबसाइट के होम पेज पर रजिस्टर ऑन ई-श्रम का विकल्प दिखाई देता है जिस पर क्लिक करना होता है। इसके बाद आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर दर्ज करना होता है। मोबाइल पर आए ओटीपी को दर्ज करके सत्यापन करना होता है। फिर अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, पता, जन्मतिथि आदि भरनी होती है। बैंक खाते का विवरण और श्रमिक की श्रेणी का चयन करना होता है। सभी जानकारी सही-सही भरने के बाद फॉर्म सबमिट कर देना होता है। पंजीकरण सफल होने पर तुरंत ई-श्रम कार्ड जनरेट हो जाता है जिसे डाउनलोड और प्रिंट किया जा सकता है।
सावधानियां और सुझाव
ई-श्रम कार्ड धारकों को कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए। सोशल मीडिया पर फैली भ्रामक खबरों पर विश्वास न करें और केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी लें। किसी भी व्यक्ति को अपने ई-श्रम कार्ड नंबर या आधार जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जानकारी साझा न करें। यदि कोई व्यक्ति कार्ड बनवाने के लिए पैसे मांगे तो सावधान रहें क्योंकि यह पूरी तरह निशुल्क सेवा है। समय-समय पर योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर नई जानकारी और लाभों की जांच करते रहें। इस प्रकार सतर्क और जागरूक रहकर ही इस योजना का सही लाभ उठाया जा सकता है।
डिस्क्लेमर
यह लेख केवल सूचनात्मक और जागरूकता के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। ई-श्रम कार्ड योजना से संबंधित किसी भी आधिकारिक जानकारी, पात्रता या लाभों के लिए कृपया ई-श्रम पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट eshram.gov.in देखें या श्रम एवं रोजगार मंत्रालय से संपर्क करें। सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों पर विश्वास न करें। योजना के नियम और लाभ समय-समय पर बदल सकते हैं। लेखक या प्रकाशक किसी भी प्रकार की त्रुटि, भ्रामक जानकारी या गलत दावों के लिए उत्तरदायी नहीं होंगे। कृपया सभी जानकारी की पुष्टि आधिकारिक स्रोतों से अवश्य करें।