Petrol Diesel Prices:  साल में पहली बार ₹100 के नीचे आया पेट्रोल का भाव

By Vikash Kushwaha

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Petrol Diesel Prices: देशभर के लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। तीन साल के लंबे इंतजार के बाद पेट्रोल की कीमत ₹100 के नीचे आ गई है। डीजल के दाम में भी गिरावट देखने को मिली है। इस बदलाव ने आम जनता के रोज़मर्रा के खर्च को कुछ हद तक कम किया है। यह गिरावट केवल बड़े शहरों में नहीं, बल्कि कई छोटे जिलों में भी महसूस की जा रही है। अंतरराष्ट्रीय तेल बाज़ार में आई नरमी और सरकारी प्रयासों की वजह से यह संभव हो सका है। अब हर व्यक्ति यह जानना चाहता है कि उनके ज़िले में क्या नया रेट चल रहा है।

हर दिन तय होते हैं ईंधन के नए रेट

भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर दिन सुबह 6 बजे अपडेट की जाती हैं। ये दरें अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल के भाव, मुद्रा विनिमय दर, और सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स पर निर्भर करती हैं। तेल कंपनियां जैसे इंडियन ऑयल, बीपीसीएल, और एचपीसीएल इस प्रक्रिया को संचालित करती हैं। सरकार इन कंपनियों पर नज़र रखती है ताकि उपभोक्ताओं तक सही दरों पर ईंधन पहुंचे। हाल ही में आई गिरावट का मुख्य कारण है – कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट और केंद्र द्वारा एक्साइज ड्यूटी में कटौती।

राज्य दर राज्य बदलती हैं कीमतें

देश के हर राज्य और शहर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अलग होती हैं। नई दिल्ली में पेट्रोल ₹94.72 और डीजल ₹87.62 पर आ चुका है। मुंबई में ये कीमतें अभी भी कुछ ज्यादा हैं, जहां पेट्रोल ₹104.21 और डीजल ₹92.15 में मिल रहा है। कोलकाता, चेन्नई और बेंगलुरु जैसे शहरों में भी कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। छोटे शहरों और जिलों में रेट और भी कम हो सकते हैं, क्योंकि वहां वैट दरें अक्सर कम होती हैं। कुछ राज्यों ने स्थानीय टैक्स कम करके जनता को राहत दी है।

सरकारी नीतियों का रहा असर

सरकार ने ईंधन की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कई बार टैक्स में कटौती की है। हाल ही में केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी को स्थिर रखा और राज्यों को भी वैट में कटौती की सलाह दी। मई 2022 में हुई टैक्स कटौती के बाद, अप्रैल 2025 में फिर से टैक्स स्ट्रक्चर की समीक्षा की गई। इस बार सरकार ने खुदरा कीमतें न बढ़ाने के लिए तेल कंपनियों को निर्देशित किया। इसका सीधा लाभ उपभोक्ताओं को मिला, क्योंकि कंपनियों ने मूल्य स्थिर रखे। महंगाई नियंत्रित करने में भी इस फैसले की भूमिका रही।

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में गिरावट एक बड़ा कारण है इस राहत का। भारत अपनी ज़रूरत का लगभग 85% तेल आयात करता है। इसलिए अंतरराष्ट्रीय कीमतों में गिरावट का सीधा असर घरेलू दरों पर पड़ता है। वर्तमान में ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत $75 से नीचे आ गई है, जो पिछले वर्षों की तुलना में काफी कम है। इस बदलाव ने सरकार को टैक्स कम करने का अवसर दिया और कंपनियों को कीमतें घटाने का कारण मिला। जनता के लिए यह राहत बड़ी मानी जा रही है।

आम जीवन पर पड़ा सकारात्मक प्रभाव

ईंधन की कीमतों में गिरावट से केवल वाहन चालक ही नहीं, बल्कि हर वर्ग को फायदा हुआ है। ट्रांसपोर्ट की लागत कम होने से सामानों की कीमतों में भी नियंत्रण आया है। इससे महंगाई की दर को स्थिर करने में मदद मिली है। छोटे व्यापारी, ट्रक ड्राइवर, और खेतिहर किसान जैसे वर्ग इससे ज्यादा लाभान्वित हुए हैं। अब लोग ईंधन की कीमतों को लेकर थोड़े निश्चिंत महसूस कर रहे हैं। सरकार को उम्मीद है कि ये रुझान अगले कुछ महीनों तक जारी रहेगा

कैसे जानें अपने जिले की कीमतें?

हर नागरिक अपने जिले में पेट्रोल और डीजल की कीमतें जानने के लिए तेल कंपनियों की वेबसाइट का इस्तेमाल कर सकता है। इंडियन ऑयल, बीपीसीएल और एचपीसीएल प्रतिदिन सुबह 6 बजे ताज़ा दरें अपडेट करती हैं। इसके अलावा, एसएमएस सेवा और मोबाइल एप्लिकेशन से भी ताज़ा रेट देखे जा सकते हैं। ये सेवाएं मुफ्त हैं और हर व्यक्ति आसानी से उपयोग कर सकता है। यह जानकारी नियमित जांचना जरूरी है क्योंकि दरों में रोज़ बदलाव होता है। इससे बजट बनाने और खर्च नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न समाचार स्रोतों और सरकारी अपडेट्स पर आधारित है। पाठकों से अनुरोध है कि किसी भी आर्थिक निर्णय से पहले आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित विभाग से पुष्टि अवश्य कर लें।

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