UP School Holiday: साल का आखिरी महीना शुरू होते ही उत्तर भारत में ठंड का असर तेजी से बढ़ने लगा है। लखनऊ, कानपुर, नोएडा और गोरखपुर जैसे शहरों में सर्द हवाओं के कारण तापमान लगातार गिर रहा है। बच्चे सबसे ज्यादा उत्साहित हैं क्योंकि जैसे-जैसे ठंड बढ़ती है, वैसे-वैसे विंटर वेकेशन की डेट को लेकर उत्सुकता भी बढ़ती है। इस बार कई राज्यों में छुट्टियों की तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है और कुछ राज्यों ने आधिकारिक घोषणाएँ भी कर दी हैं। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के छात्र खास तौर पर छुट्टियों को लेकर बड़ी उम्मीदें लगाए हुए हैं।
कश्मीर और पुडुचेरी में छुट्टियों का ऐलान शुरू
उत्तर भारत के कश्मीर में कड़ाके की ठंड और बर्फबारी के कारण स्कूलों में लंबी छुट्टियाँ शुरू हो गई हैं। कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों के लिए 1 दिसंबर 2025 से 28 फरवरी 2026 तक छुट्टी घोषित कर दी गई है। वहीं कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए 11 दिसंबर 2025 से 22 फरवरी 2026 तक स्कूल बंद रहेंगे। इसके अलावा पुडुचेरी में चक्रवात दितवा के चलते भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जिसकी वजह से 1 दिसंबर को सभी स्कूल बंद रखने का आदेश दिया गया है।
उत्तर प्रदेश में 10–12 दिन की छुट्टी: बच्चों के चेहरे पर खुशी
UP में इस बार विंटर वेकेशन बच्चों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं होगा। एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार पीएम श्री स्कूलों में 20 दिसंबर से 31 दिसंबर 2025 तक स्कूल बंद रहेंगे। इसका मतलब है कि साल के आखिरी 10 से 12 दिनों में बच्चे छुट्टियों का पूरा मज़ा ले पाएंगे। इसके बाद नए साल की शुरुआत के बाद ही स्कूल दोबारा खुलेंगे। सरकारी स्कूलों में भी 31 दिसंबर से 14 जनवरी तक अवकाश का प्रस्ताव है, जिसे ठंड के असर को देखते हुए आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
मध्य प्रदेश में छुट्टियों की तैयारी लगभग पूरी
राजस्थान के पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में भी छुट्टियों को लेकर तैयारियां लगभग अंतिम चरण में हैं। यहाँ कई सरकारी और निजी स्कूलों में 23 दिसंबर से विंटर वेकेशन शुरू होने की संभावना है। पीएम श्री स्कूलों की आधिकारिक सूची के अनुसार 23 दिसंबर से 1 जनवरी तक लगातार 10 दिन स्कूल बंद रहने वाले हैं। यदि दिसंबर के अंतिम सप्ताह में ठंड और बढ़ती है, तो सरकार इस छुट्टी को आगे बढ़ाने पर भी विचार कर सकती है।
राजस्थान में UP School Holiday को लेकर जल्द फैसला आने की उम्मीद
राजस्थान में अभी आधिकारिक आदेश जारी नहीं हुआ है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ दिनों में 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक विंटर वेकेशन का औपचारिक ऐलान किया जा सकता है। जैसे-जैसे तापमान गिरेगा, जिला कलेक्टर अपने स्तर पर भी छुट्टियों या स्कूल के समय में बदलाव का निर्णय ले सकते हैं। राज्य शिक्षा बोर्ड की ओर से संकेत मिले हैं कि 25 दिसंबर से छुट्टियों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा, खासकर तब जब उत्तर भारत के कई हिस्सों में ठंड का प्रकोप बढ़ रहा है।
छात्रों के लिए छुट्टियों के साथ बड़ी जिम्मेदारी भी
दिसंबर का महीना बच्चों के लिए केवल मस्ती का समय नहीं है। 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए यह महीना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। जनवरी में प्री-बोर्ड परीक्षाएँ होनी हैं और फरवरी में फाइनल बोर्ड परीक्षा शुरू हो जाएगी। इसलिए छात्रों को सलाह दी जाती है कि छुट्टियों का इस्तेमाल पूरी तरह मस्ती में न करके पढ़ाई के लिए भी निश्चित समय निकालें। रजाई में बैठकर पढ़ाई करना आसान भी होता है और ध्यान भी ज्यादा केंद्रित रहता है।
माता-पिता और छात्रों के लिए जरूरी सुझाव
ठंड में स्कूल बंद होने से बच्चों की सेहत और सुरक्षा का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों को मौसम के अनुसार कपड़े पहनाएं और उन्हें सर्दी-जुकाम से बचाने के उपाय करें। साथ ही जरूरी है कि छुट्टियों के दौरान बच्चे पूरे टाइम मोबाइल या टीवी में समय न बिताएं। यह समय उनकी पढ़ाई को मजबूत करने और आने वाली परीक्षाओं की तैयारी को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। छुट्टियों में थोड़ा आराम, थोड़ी मस्ती और थोड़ी पढ़ाई का संतुलन छात्रों के लिए सबसे अच्छा रहेगा।
नए साल से पहले छुट्टियों का सही इस्तेमाल करें
दिसंबर की छुट्टियाँ बच्चों के लिए ऊर्जा पुनः प्राप्त करने का मौका भी हैं। पूरे साल की पढ़ाई के बाद यह अवकाश मानसिक रूप से तरोताजा होने में मदद करता है। यदि छात्र हल्का-फुल्का रिवीजन करते रहते हैं, तो जनवरी और फरवरी की परीक्षाओं में उन्हें काफी फायदा मिलेगा। नया साल भी इसी सकारात्मक शुरुआत के साथ बेहतर बनेगा और छात्र अपनी पढ़ाई में आगे बढ़ते रहेंगे।
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, कश्मीर और पुडुचेरी में विंटर वेकेशन को लेकर तस्वीर काफी हद तक साफ हो चुकी है। ठंड की तीव्रता को देखते हुए राज्यों ने बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए छुट्टियों का ऐलान किया है। यह समय बच्चों के लिए आराम और पढ़ाई के बीच संतुलन बनाने का है ताकि वे बोर्ड परीक्षाओं और नए साल की शुरुआत के लिए पूरी तरह तैयार रह सकें।
Disclaimer
यह लेख उपलब्ध जानकारी के आधार पर लिखा गया है। छुट्टियों की अंतिम तिथियाँ संबंधित राज्य सरकारों और शिक्षा विभाग द्वारा जारी आधिकारिक आदेशों पर निर्भर करेंगी। हमेशा नवीनतम अपडेट के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन देखें।